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CBSE board exam 2025

CBSE (Central Board of Secondary Education) बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है: 1. परीक्षा का प्रारूप (Exam Format) कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए दो प्रमुख परीक्षा होती हैं: सामान्य परीक्षा (Main Exam): यह बोर्ड द्वारा आयोजित वार्षिक परीक्षा होती है। इसमें छात्रों को निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर सवालों के उत्तर देने होते हैं। प्रैक्टिकल परीक्षा (Practical Exam): कक्षा 12 के विज्ञान और गणित विषयों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा अलग से आयोजित की जाती है। सभी विषयों के लिए ग्रेडिंग सिस्टम और MCQ (Multiple Choice Questions) जैसे प्रश्न भी परीक्षा का हिस्सा हो सकते हैं। 2. परीक्षा तिथियाँ (Exam Dates) कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आमतौर पर फरवरी या मार्च में शुरू होती हैं और अप्रैल तक समाप्त हो जाती हैं। अधिकारिक तिथियाँ CBSE द्वारा समय-समय पर जारी की जाती हैं, जो आमतौर पर दिसंबर में होते हैं। 3. पाठ्यक्रम (Syllabus) सिलेबस में समय-समय पर परिवर्तन हो सकता है, इसलिए CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सिलेबस को जांचना महत्वपूर्ण है। पाठ्यक्रम में सभी विषयों (हिंदी...

🧐हल्दी की परख ( पहचान)🧐

 नमस्कार दोस्तों मैं गरिमा स्वागत करती हु आपका अपने ब्लॉग मैं तो मेरी माताएं बहनें ज्यादातर रसोई का काम करती है आए दिन उन्हें मसाले खरीदने के लिए बाजार जाना पड़ता है मिलावटी मसालो की इस दुनिया में मैं आप सभी को मसाले पर रखने की एक आसान सी प्रक्रिया बताऊंगी जिससे आप घर बैठे बड़ी आसानी से पता लगा सकते हैं की मसाले मिलावटी है या फिर शुद्ध तो लिए आपको बताते कि आप किस प्रकार से घर पर ही मसाले की जांच कर सकते हैं तो आज हम बात करेंगे की हल्दी की पहचान आप कैसे कर सकते कि वह शुद्ध है या मिलावटी      हल्दी पाउडर को पहचान की प्रक्रिया 👍 सबसे पहले दो कांच के गिलास में सादा पानी ले लीजिए फिर दो अलग अलग कंपनियों से आई हुई हल्दी पाउडर को पानी में डाल दीजिए अब आप देखेंगे की जो शुद्ध हल्दी होगी वह पानी के तल (नीचे) में बैठ जाती है और इसका रंग हल्का पीला होता है वही आप दूसरी तरफ देखेंगे कि जो मिलावटी हल्दी होती है उसका रंग गाढ़ा पीला होता है तो इस तरह आप हल्दी पाउडर की जांच कर सकते हैं      साबुत हल्दी को पहचान की प्रक्रिया 👍 कुछ लोगों को साबुत हल्दी का प्रयोग करना ही...

👪मेरा परिवार 🌹

                               मेरा परिवार  हेलो दोस्तों मैं गरिमा स्वागत करती हूं हमारे आज के ब्लॉग मैं आज मैं आपको अपनी फैमिली के बारे में बताने जा रही हूं तो शुरूआत करते हैं आज का ब्लॉग मैं अपने परिवार के साथ नैनीताल जिले के मटियाली गांव में रहती हूं             मेरे परिवार के सदस्य  तो चलिए दोस्तों आप सभी को मिलाते हैं अपने परिवार के लोगों से मेरे परिवार में अभी मेरी दादी जी मेरी मम्मी पापा मैं और मेरे भाई बहन चाचा चाची और उनके दो बच्चे  रहते है हमारा संयुक्त परिवार है पर अभी मेरे चाचा चाची रुद्रपुर रहते हैं चाचा वहां नौकरी करते हैं बच्चों की पढ़ाई के कारण चाची भी वही रहती है अभी हम घर में मेरे पापा मम्मी मेरी दादीजी  मेरा एक भाई एक बहन और मैं रहते हैं           परिवार के सदस्यों का नाम मेरा नाम गरिमा  मेरे दादाजी का नाम स्वर्गीय श्री मोहन राम है मे री दादीजी का नाम श्रीमती सावित्री देवी है  मेरे पिताजी का नाम श्री ...

🌺कपिलेश्वर शिव मंदिर की गाथा🙏

 आज हम बात कर रहे अल्मोड़ा डिस्ट्रिक्ट में स्थित कपिलेश्वर शिव मंदिर के बारे में आप में से बहुत लोग यह नहीं जानते होंगे की कपिलेश्वर का मंदिर एक रात में कत्यूर वंशज द्वारा बनाया गया है माना जाता है कि यह मंदिर बहुत ही पुराना है कई साल पुराना यह मंदिर अल्मोड़ा डिस्ट्रिक्ट के कपिलेश्वर मैं स्थित है कुछ लोगों का मानना है कि ऐसे ही दो मंदिर थे एक जो अभी कपिलेश्वर में स्थित है और एक ऐसा ही एक नैनीताल डिस्ट्रिक्ट के मौना गांव में स्थित था और इन दोनों मंदिरों की रक्षा दो नाग किया करते थे एक बार उन दोनों के बीच में विवाद हुआ कि कौन ज्यादा शक्तिशाली है इसका परीक्षण करने के लिए वह दोनों एक दूसरे के मंदिरों को तोड़ने के लिए निकल पड़े कहा जाता है कि हमारे kapileshwar मंदिर के नाग ने वहां का मंदिर तोड़ दिया था और वह वापस आकर अपने मंदिर की रक्षा के लिए उस नाग से झूठ बोल देता है कि मैंने वह मंदिर नहीं तोड़ा है इसीलिए मान्यता है की कपिलेश्वर का मंदिर थोड़ा सा झुका हुआ है क्योंकि उस नाग ने उसे तोड़ने का प्रयत्न किया था इसलिए वह एक और को थोड़ा सा झुका हुआ है कुछ परिवर्तन अभी हाल ही में वहां पर धर्म ...

🫂मेरी सखी ❤️❤️

 दुनिया की भीड़ में मेरा भी कोई अपना होता दर्द ना छुपता मेरा उससे दर्पण वो मेरा होता  होती कोई सखी मेरी जो निस्वार्थ होती  मैं हंस देती दर्द को छुपा कर  वो हंसी में छुपा मेरा दर्द पहचान लेती  मैं ना कहती अपनी तकलीफ उससे वो  मेरा चेहरा पढ़ लेती काश ऐसी एक निस्वार्थ सखी मेरी होती  होता दर्द जब कभी मुझे  आंखे उसकी भी छलक जाती ना होता समय का इंतजार  वो हर कदम साथ परछाई सी होती ना छोड़ती साथ तकलीफो मैं  ढाल बनकर वो हर पल मेरे साथ होती  मेरे आंसू को पोछ वो मुझे हंसा देती  मैं हूं जैसी भी मुझे वैसा ही अपनाती  काश एक निस्वार्थ सखी मेरी होती  मेरी हर तकलीफ को वो समझ पाती  मेरी बिखरी हुई दुनिया को वो समेट लाती काश ऐसी एक निस्वार्थ सखी मेरी होती                 🥲🥲

🕝वक्त मतलबी रिश्तो का🕝

 बड़ा अजीब सा है ये वक्त जहां अपनों को अपनों के लिए वक्त नहीं जहां अपने-अपने नहीं रिश्ते मजाक बन चुके है कोई कद्र नहीं यारों की बड़ा मुश्किल सा हो जाता हैं जीना यहां दिखावे की हंसी के साथ फिर भी जी लेते हैं अपनों की खुशी के साथ दस्तूर हो गया है मतलबी रिश्ते बनाने का मतलब निकल जाने पर उन्हें तोड़ देने का  आंखों में आंसू चेहरे पर मुस्कान लानी पड़ती है  कभी कभी अपनो के लिए अपनी खुशी भी खोनी पड़ती है